Dabur Q4FY24 Results Update; Net Profit, Earnings And Dividend | डाबर को चौथी तिमाही में ₹341 करोड़ का मुनाफा: सालाना आधार पर 16.5% बढ़ा, हर शेयर पर 2.75 रुपए लाभांश देगी कंपनी


मुंबई51 मिनट पहले

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फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनी डाबर ने गुरुवार (2 मई) को फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की चौथी तिमाही (Q4FY24) के नतीजे जारी किए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट यानी शुद्ध मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 16.5% बढ़कर ₹341.22 करोड़ रहा। पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹292.76 करोड़ रहा था।

तिमाही आधार (QoQ) पर कंपनी का नेट प्रॉफिट 32.62% कम हुआ है। पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2023) में कंपनी ने ₹506.44 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था। रिजल्ट के अलावा कंपनी ने हर शेयर पर ₹2.75 रुपए डिविडेंड यानी लाभांश देने का भी ऐलान किया है।

ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 5.11% बढ़ा
ऑपरेशंस से चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 5.11% बढ़कर 2814.64 करोड़ रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में ये 2677.80 करोड़ रुपए रहा था। पिछली तिमाही (Q3FY24) में कंपनी का रेवेन्यू ₹3255.06 करोड़ रहा था। तिमाही आधार (QoQ) पर इसमें 13.53% की गिरावट रही है।

इस साल 5.18% गिरा है डाबर का शेयर
रिजल्ट के बाद कंपनी का शेयर 4.11% की तेजी के साथ बंद हुआ। बीते एक महीने में कंपनी के शेयर में 0.45% की कमी रही है। पिछले 6 महीने में इसमें 1.29% और एक साल में 1.74% की गिरावट रही है। डाबर का मार्केट कैप 92,940 करोड़ रुपए का है। इस साल यानी 1 जनवरी 2024 के बाद कंपनी के शेयरों में 5.18% की गिरावट रही है।

डाबर इंडिया का शेयर आज गुरुवार (2 मई) 4.11% की तेजी के साथ 528.60 रुपए के स्तर पर बंद हुआ।

डाबर इंडिया का शेयर आज गुरुवार (2 मई) 4.11% की तेजी के साथ 528.60 रुपए के स्तर पर बंद हुआ।

AI जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाली पहली बड़ी भारतीय कंपनी
हाल ही में कंपनी ने अपने सभी कंप्यूटर प्रोग्राम्स को अपने डेटा सेंटर से माइक्रोसॉफ्ट एज्योर और SAP राइज जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर कर दिया था। नॉन-SAP प्रोग्राम एज्योर पर हैं, और SAP वाले राइज पर हैं।

इस बदलाव के साथ डाबर अपने डिजिटल सिस्टम को अपग्रेड करने के लिए ओपन AI जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाली पहली बड़ी भारतीय कंज्यूमर कंपनी है। SAP के साथ राइज का यह कदम डाबर को बेहतर रिजल्ट प्राप्त करने के लिए बिजनेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर का एक पूरा सेट प्रदान करता है।

140 साल पहले एक कमरे में दवा बनाने से शुरू हुई थी कंपनी
डाबर इंडिया लिमिटेड की शुरूआत 140 साल पहले 1884 में डॉक्टर एस. के. बर्मन ने की थी। शुरूआत में डॉ. बर्मन एक छोटे से घर में दवाएं बनाते थे और उसे उन लोगों तक पहुंचाते थे, जिन तक हेस्थ फैसिलिटिज की पहुंच नहीं थी।

समय के साथ इनकी दवाओं पर लोगों का भरोसा लगातार बढ़ता गया। डाबर च्यवनप्राश, डाबर हनी, डाबर पुदीन हारा और डाबर लाल तेल सहित पर्सनल केयर कैटेगरी में डाबर आंवला और डाबर रेड पेस्ट कंपनी के कुछ लोकप्रीय प्रोडक्ट हैं। वाटिका कंपनी की इंटरनेशनल ब्रांड है।

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