भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की कार्रवाई के बाद अब कोटक महिंद्रा बैंक को अपनी इमेज की चिंता है। कोटक महिंद्रा बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसका सीमित फाइनेंशियल इंपैक्ट पड़ेगा लेकिन हम प्रतिष्ठा को होने वाले नुकसान के बारे में अधिक चिंतित हैं। बता दें कि पिछले महीने के अंत में आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक को अपने ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग माध्यमों के जरिए नए ग्राहकों को शामिल करने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से तत्काल प्रभाव से रोक दिया था क्योंकि बैंक के आईटी जोखिम प्रबंधन में कमी पाई गई थी।
क्या कहा बैंक के अधिकारी ने
कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अशोक वासवानी ने कहा कि आरबीआई की कार्रवाई का देनदारी वृद्धि पर सीमित प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बैंक तकनीकी मोर्चे पर अपने प्रयासों को दोगुना कर रहा है, और विश्वास वापस जीतना अब बैंक के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्वीकार किया कि इस आदेश का असर क्रेडिट कार्ड कारोबार और इसके डिजिटल बैंकिंग केंद्रित कारोबारों पर पड़ेगा। वासवानी ने कहा- मैं फाइनेंशियल इम्पैक्ट की तुलना में प्रतिष्ठा पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर अधिक चिंतित हूं। बता दें कि वासवानी ने इसी साल जनवरी में कार्यभार संभाला है।
बैंक के तिमाही नतीजे
बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का प्रॉफिट 18 प्रतिशत बढ़कर 4,133 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में यह 3,496 करोड़ रुपये रहा था। मार्च तिमाही में उसकी कुल आमदनी बढ़कर 15,285 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले साल समान तिमाही में 12,007 करोड़ रुपये थी। कंपनी के निदेशक मंडल ने बीते वित्त वर्ष के लिए 2 रुपये के डिविडेंड की सिफारिश की है।